एक्ज़िमा या एटोपिक डर्मेटाइटिस (AD) स्किन से जुड़ी एक बीमारी है, जिसमें स्किन में खुजली और जलन होती है। यह 20 प्रतिशत तक बेबीस को होता है।
स्किन से जड़ी यह परेशानी स्किन बैरियर के ठीक न होने की निशानी है। स्टडी से पता चलता है कि बेबीस में हेल्दी स्किन बैरियर होने से लंबे समय तक उनकी हेल्थ पर अच्छा असर पड़ता है। हेल्दी स्किन एलर्जी, स्किन से जुड़ी बीमारियों और कई दूसरी बीमारियों जैसे एलर्जिक राइनाइटिस, फ़ूड एलर्जी आदि को रोकने में मदद कर सकती है।
नीचे एक्ज़िमा और उसके होने की वजहों के बारे में और ज़्यादा जानकारी दी गई है। जानें कि एक्ज़िमा से बेबीस का बचाव कैसे कर सकते हैं और इसका इलाज क्या है, साथ ही साथ आपके न्यू-बॉर्न बेबी के हेल्दी बैरियर को बनाए रखने के लिए टिप्स भी दिए गए हैं।
एक्ज़िमा क्या है?
एक्ज़िमा, जिसे एटोपिक एक्ज़िमा या एटोपिक डर्मेटाइटिस भी कहा जाता है, एक ऐसी परेशानी है, जिसमें स्किन रूखी हो जाती है और उसमें खुजली होती है। पहली बार यह तब होता है जब बेबी दो साल का हो जाता है। एक्ज़िमा, अक्सर उन बेबीस को होता है जिनके परिवार में पहले भी किसी सदस्य को एक्ज़िमा, अस्थमा या एलर्जिक राइनाइटिस रहा हो। आमतौर पर इसमें अचानक ही बीमारी के लक्षण बढ़ जाते हैं और फिर ये लक्षण बहुत कम या बिल्कुल खत्म हो जाते हैं।
आमतौर पर इसके लक्षण रूखी स्किन, खुजली, लाल या फटी हुई स्किन है, जिससे कभी-कभी कोई तरल या खून भी निकल सकता है।
बेबीस के हाथ, चेहरे, गर्दन, कोहनी और घुटनों के पीछे के हिस्से इससे सबसे ज़्यादा प्रभावित होते हैं।
एक्ज़िमा होने का मतलब है कि स्किन बैरियर ठीक से काम नहीं कर रही है, जिससे स्किन रूखी हो जाती है। उसकी स्किन में इन्फेक्शन और एलर्जी होने की संभावना बढ़ जाती है जिससे हालत और भी खराब हो सकती है।
एक्ज़िमा का कोई इलाज नहीं है, लेकिन सही इलाज से इसकी रोकथाम की जा सकती है।
अच्छी बात यह है कि जिन बच्चों को एक्ज़िमा होता है, उनमें से ज़्यादातर बच्चों की यह परेशानी, किशोरवाथा में पहुँचने तक ठीक हो जाती है।
ज़्यादा जानकारी के लिए इस वीडियो को देखें:
बेबीस को एक्ज़िमा कैसे होता है?
एक्ज़िमा कैसे होता है, इसकी कोई ठोस वजह अभी तक पता नहीं चल सकी है, लेकिन स्टडी के हिसाब से इसमें जीन्स की भूमिका हो सकती है। कुछ मामलों में, खाने पीने की कुछ चीज़ों (जैसे गाय का दूध, अंडे, गेहूँ या संतरे) से इसके लक्षण बढ़ सकते हैं या शुरू हो सकते हैं।
बेबीस में, एक्ज़िमा आमतौर पर हाथ, चेहरे, गर्दन पर, कोहनी के अंदर और घुटनों के पीछे रैशेस के रूप में होता है, लेकिन यह और जगहों पर भी फैल सकता है। एक्ज़िमा रैशेस होने पर बहुत ज़्यादा खुजली (प्रुरिटस) होती है। अगर यह ठीक नहीं होता है या बहुत बढ़ गया है, तो आपको अपने बेबी के डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए कि, यह क्लीनिकल एक्ज़िमा (एटोपिक डर्मेटाइटिस) है या फिर रूखी स्किन, और फिर उसी हिसाब से इसका बेहतर इलाज करें।
एक्ज़िमा के लक्षण स्किन पर असर डालते हैं। कभी-कभी एक्ज़िमा के लक्षण केमिकल की वजह से स्किन इर्रिटेशन से शुरू हो जाते हैं, जैसे कि शैम्पू में पाए जाने वाले डिटर्जेंट, वॉशिंग पाउडर, बबल बाथ और फैब्रिक सॉफ्टनर से। आपके डॉक्टर आपको सोप की जगह बाथ एमोलिएंट के इस्तेमाल की सलाह दे सकते हैं। आप अपने वॉशिंग डिटर्जेंट की जगह नॉन-बायोलॉजिकल (एंजाइम-फ्री) डिटर्जेंट का इस्तेमाल करके देखें कि, इससे आपके बेबी का एक्ज़िमा ठीक होता है या नहीं।
एक्ज़िमा बेबीस के लिए काफी परेशानी भरा हो सकता है क्योंकि वे बिना खुजाए रह नहीं पाते हैं, जिससे इन्फेक्शन हो सकता है। कुछ मामलों में, एक्ज़िमा आपके बच्चे की नींद खराब कर सकता है और उसके आत्मविश्वास पर भी असर डालता है।
एक्ज़िमा या एटोपिक डर्मेटाइटिस से बेबीस को कैसे बचाएँ और क्या इलाज करें?
अक्सर एडल्ट सोप/डिटर्जेंट जैसे तेज़ क्लीन्ज़र्स के इस्तेमाल से और रोज़ मॉइस्चराइज़र न लगाने से स्किन बैरियर की कमी दूर नहीं हो पाती है
आज कल के बेबी स्किन केयर प्रॉडक्ट्स में स्पेशल बेबी सोप और बेबी वॉश होते हैं। एमोलिएंट क्रीम और लोशन के इस्तेमाल से स्किन बैरियर को और बेहतर बनाया जा सकता है।
ऐसे एमोलिएंट जिनमें शुद्ध सामग्री होती है और पहले ही दिन से 100% जेंटल केयर देते हैं, और क्लीनिकली प्रूवन माइल्ड क्लीनज़र्स स्किन बैरियर को बेहतर बनाते हैं जिससे एटोपिक डर्मेटाइटिस या एक्ज़िमा को रोकने में मदद मिलती है।
यहाँ एक्ज़िमा और साथ ही साथ बेहद रूखी और सेंसिटिव स्किन के इलाज के लिए कुछ टिप्स दिए गए हैं:
- उन चीज़ों का इस्तेमाल न करें जिनसे खुजली हो सकती है, जैसे कि धूल, घास, ऊन के कपड़े, कुछ साबुन, डिटर्जेंट, फैब्रिक सॉफ्टनर और परफ्यूम। एक्ज़िमा की वजह जानने के लिए एक डायरी बना लें।
- अपने बेबी को थोड़े समय के लिए नहलाएं—5 से 10 मिनट से ज़्यादा नहीं—गुनगुने पानी से, गर्म पानी से नहीं।
- सेंसिटिव स्किन वाले बेबीस के लिए तैयार किए गए कोमल स्किन क्लीन्ज़र या शैम्पू का इस्तेमाल करें। शरीर के उन हिस्सों का खास ख्याल रखें जो अक्सर खुले रहते हैं।
- नहलाने के बाद एक मुलायम तौलिया से स्किन को सुखाएँ और इसके तुरंत बाद मॉइस्चराइजर लगाएँ। स्किन को रगड़ें नहीं।
- दिन में कई बार मॉइस्चराइज़ करें। खासकर नहलाने के बाद।
- एमोलिएंट क्रीम का इस्तेमाल करें, स्किन पर हाथों से ऊपर से नीचे की ओर क्रीम लगाएँ।
हालाँकि, एक्ज़िमा से बहुत परेशानी होती है, खासकर जब लक्षण ज़्यादा हो जाते हैं, इन टिप्स से आप अपने बेबी को अच्छी खुशबू और प्यार भरे स्पर्श के साथ आराम पहुँचा सकते हैं।
आखिर में, बेबी की स्किन हमारी स्किन से न सिर्फ अलग होती है बल्कि लंबे समय तक बेबी के हेल्थ पर भी असर डालती है। स्किन को हाइड्रेट रखने, स्किन बैरियर को ठीक रखने और बीमारियों से बचाव के लिए इसकी खास देखभाल की ज़रूरत होती है। आपके बेबी के हेल्दी विकास और लंबे समय तक उसे बीमारियों से दूर रखने के लिए कोमल क्लीन्ज़र और 24 घंटे मॉइस्चराइज़ेशन देने वाले जॉनसन्स बेबी लोशन का रोज़ाना इस्तेमाल करें।
दुनिया भर की माँओं को अपने बेबीस की देखभाल के लिए जॉनसन्स® पर भरोसा है
हम माँओं, स्वास्थ्य सेवा विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों के साथ काम करते हैं ताकि हमें यह भरोसा रहे कि हमारे प्रॉडक्ट्स सुरक्षा, क्वालिटी और देखभाल के सबसे ऊँचे स्टैंडर्ड्स पर हमेशा खरे उतरते रहैं।